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पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का वोटिंग विवाद: मतदाता सूची से नाम गायब होने पर मचा हड़कंप…

उत्तराखंड में 23 जनवरी 2025 को हुए नगर निकाय चुनावों के दौरान, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके, क्योंकि उनका नाम मतदाता सूची से गायब था।

घटना का विवरण:

आधिकारिक प्रतिक्रिया: शाम को देहरादून के जिला निर्वाचन अधिकारी ने स्पष्ट किया कि हरीश रावत का नाम वार्ड संख्या 58, डिफेंस कॉलोनी की मतदाता सूची में दर्ज है। उन्होंने यह भी बताया कि हरीश रावत का नाम मतदाता सूची में मौजूद है और इसके समर्थन में सूची भी जारी की।

हरीश रावत की प्रतिक्रिया: हरीश रावत ने बताया कि वह वर्ष 2009 से माजरा मतदान केंद्र में ही मतदान करते आ रहे हैं और उन्होंने कभी अपने नाम को अन्यत्र स्थानांतरित करने का अनुरोध नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें समय पर उनके नाम के स्थानांतरण की सूचना मिल जाती, तो वह अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देहरादून में हजारों मतदाताओं के नाम सूची से गायब हैं, जिनमें अधिकांश कमजोर वर्गों और अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रिया:

इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का निकाय चुनाव में मतदाता सूची में नाम नहीं होना कांग्रेस की आंतरिक स्थिति को दर्शाता है।

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