आजकल सुबह-शाम ठंड पहले से ज़्यादा महसूस हो रही है और कई इलाकों में घना कोहरा भी छाया रहता है। सड़कों पर विज़िबिलिटी कम हो गई है, ठंड से हाथ-पैर सुन्न पड़ रहे हैं और सर्दी-खांसी जैसी दिक्कतें भी बढ़ रही हैं। आइए, आसान भाषा में समझते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और इससे कैसे बचा जाए।
ठंड अचानक क्यों बढ़ रही है?
- उत्तरी ठंडी हवाएँ (शीत लहर)
पहाड़ी और उत्तरी इलाकों से आने वाली ठंडी, सूखी हवाएँ तापमान को तेजी से गिराती हैं। - नमी + शांत हवा = कोहरा
रात में हवा शांत रहती है, ज़मीन ठंडी होती है और हवा में नमी जमकर कोहरे में बदल जाती है। - दिन छोटे, धूप कम
सर्दियों में धूप देर से निकलती है और जल्दी ढल जाती है, जिससे ठंड बनी रहती है। - प्रदूषण का असर
हवा में मौजूद धूल-कण और धुआँ कोहरे को और घना बना देते हैं।
कोहरा इतना खतरनाक क्यों लग रहा है?
- दिखाई कम: कई जगह विज़िबिलिटी 50–100 मीटर से भी कम
- सड़क हादसों का खतरा
- फ्लाइट/ट्रेन लेट
- आँखों में जलन, सांस की दिक्कत
ठंड और कोहरे से बचने के पक्के उपाय
घर के अंदर
- परतों में गर्म कपड़े पहनें (इनर + स्वेटर + जैकेट)
- सुबह-शाम गुनगुना पानी/चाय
- बुज़ुर्ग और बच्चों को ठंडी हवा से बचाएँ
खान-पान
- अदरक, लहसुन, हल्दी वाला दूध
- मौसमी सब्ज़ियाँ, सूखे मेवे
- बहुत ठंडा पानी/आइसक्रीम से परहेज़
सड़क पर निकलते समय
- फॉग लाइट का सही इस्तेमाल
- गाड़ी की रफ्तार कम रखें
- हेलमेट/स्कार्फ से गर्दन ढकें
सेहत के लिए
- भाप लें (Steam)
- रोज़ हल्की धूप में बैठें
- सर्दी-खांसी बढ़े तो डॉक्टर से सलाह
खास सावधानियाँ
- सुबह बहुत जल्दी बाहर निकलने से बचें
- खुले में अलाव/आग जलाते समय सावधानी
- बच्चों को ठंडी ज़मीन पर न बैठने दें
ठंड और कोहरा सर्दियों का स्वाभाविक हिस्सा हैं, लेकिन थोड़ी समझदारी और सही तैयारी से इनके असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। सही कपड़े, सही खान-पान और सड़क पर सतर्कता—यही सबसे बड़ा बचाव है।
