AI का बढ़ता प्रभाव: रोज़गार के अवसर या संकट? The Rise of AI: Boon or Bane for Employment?

21वीं सदी में तकनीकी क्रांति अपने चरम पर है, और Artificial Intelligence (AI) इस बदलाव का केंद्र बन चुका है। आज AI केवल भविष्य की कल्पना नहीं, बल्कि हमारा वर्तमान…

सोशल मीडिया: अभिव्यक्ति का मंच या दिखावे का जाल?

“सोशल मीडिया हमें जोड़ने के लिए आया था, लेकिन क्या यह अब हमें ही तोड़ रहा है?”यह सवाल आज के हर युवा के मन में कहीं न कहीं घूमता है।…

सिर्फ डिग्री नहीं, स्किल्स भी ज़रूरी हैं: The World Now Demands More Than Just Degrees

आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में केवल एक डिग्री हाथ में होना अब करियर की गारंटी नहीं रह गया है। शिक्षा की भूमिका महत्त्वपूर्ण जरूर है, लेकिन उसके साथ-साथ वास्तविक कौशल…

पलायन बनाम पुनर्वास: उत्तराखंड के गांवों की असल तस्वीर

उत्तराखंड राज्य पिछले कुछ दशकों से एक और पहचान के लिए प्रसिद्ध हो गया है — "पलायन की भूमि"। जहां एक ओर इसके प्राकृतिक सौंदर्य की मिसाल दी जाती है,…

उत्तराखंड की संस्कृति और लोककला: विरासत से भविष्य तक

उत्तराखंड की संस्कृति वैदिक काल से जुड़ी मानी जाती है। ऋषि-मुनियों की तपोभूमि, गंगा-यमुना जैसी पवित्र नदियों का उद्गम स्थल होने के कारण, यहाँ का सांस्कृतिक विकास आध्यात्मिकता, प्रकृति-पूजन और…

उत्तराखंड में आपदा प्रबंधन: बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं के बीच सतर्कता और समाधान

उत्तराखंड का अधिकांश भूभाग हिमालयी क्षेत्र में स्थित है और यह भूकंपीय क्षेत्र के जोन 4 और 5 में आता है। यहाँ के पर्वतों में प्राकृतिक जलस्रोत, ग्लेशियर, और अस्थिर…

“खाली होते पहाड़: उत्तराखंड में बेरोजगारी और पलायन का संकट” (The Emptying Hills: The Crisis of Unemployment and Migration in Uttarakhand)

सरकारी आंकड़ों और रिपोर्ट्स के अनुसार उत्तराखंड के लगभग 1000 से अधिक गांव या तो पूरी तरह खाली हो चुके हैं या वहाँ जनसंख्या बेहद कम बची है। इन गांवों…

उत्तराखंड की भाषा और बोली: संरक्षण की आवश्यकता

उत्तराखंड की प्रमुख भाषाएँ और बोलियाँ उत्तराखंड में हिंदी को राजभाषा और आधिकारिक कार्यों की भाषा के रूप में अपनाया गया है, लेकिन राज्य की स्थानीय भाषाएँ ही यहाँ की…

सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, व्यावहारिक ज्ञान भी जरूरी है….

“पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे हो जाओगे खराब” – यह पुरानी कहावत लंबे समय तक भारतीय समाज में शिक्षा का पर्याय बनी रही। लेकिन समय के साथ यह सोच…