उत्तराखंड का भू-कानून क्या है?

भू-कानून का मतलब उन नियमों और नीतियों से है, जो यह तय करते हैं कि कौन उत्तराखंड में जमीन खरीद सकता है और किस उद्देश्य से। उत्तराखंड का मूल भू-कानून…

उत्तराखंड में स्टार्टअप और बिजनेस के मौके….

उत्तराखंड सिर्फ पर्यटन के लिए ही नहीं, बल्कि नए बिज़नेस और स्टार्टअप के लिए भी बेहतरीन जगह है। अगर कोई पहाड़ों में रहकर कमाई करना चाहता है, तो यहां कई…

उत्तराखंड राज्य के प्रत्येक जिले की अपनी एक अनूठी पहचान और विशेषताएँ हैं..

1. उत्तरकाशी प्राकृतिक सौंदर्य: उत्तरकाशी हिमालय की गोद में बसा एक अद्भुत जिला है। यह गंगोत्री और यमुनोत्री धाम का प्रवेश द्वार है। रोमांचक स्थल: यहाँ का नेहरू पर्वतारोहण संस्थान…

UPSC की तैयारी कैसे करें: पूरी गाइड और रणनीति

संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक है। यह परीक्षा भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और…

उत्तराखंड का मौसम अपडेट: मौसम का बदलता मिजाज बर्फबारी, बारिश और ठंड का प्रभाव

उत्तराखंड का वर्तमान मौसम: विस्तृत विश्लेषण उत्तराखंड, जो अपनी सुंदर वादियों, बर्फीली चोटियों और आध्यात्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, वर्तमान में विभिन्न प्रकार की मौसमी परिस्थितियों का सामना कर…

चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना:

चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना उत्तराखंड में चार प्रमुख तीर्थस्थलों—बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री—को सभी मौसमों में कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए बनाई जा रही है। यह परियोजना 889 किमी…

रूपकुंड झील का रहस्य….

भारत के उत्तराखंड राज्य में समुद्र तल से लगभग 5,029 मीटर (16,500 फीट) की ऊँचाई पर स्थित रूपकुंड झील अपने रहस्यमयी इतिहास के कारण दुनिया भर के वैज्ञानिकों, इतिहासकारों और…

“ज्ञान और बसंत का संगम: बसंत पंचमी”

बसंत पंचमी ज्ञान, विद्या, संगीत और कला की देवी माँ सरस्वती को समर्पित पर्व है। इसे विद्या और बुद्धि के आराधन का दिन माना जाता है। इस दिन बसंत ऋतु…

उत्तराखंड का  पारंपरिक खानपान और लोक व्यंजन…

उत्तराखंड का खानपान पहाड़ी जीवनशैली और प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित है। यहाँ का भोजन पोषक तत्वों से भरपूर, सादा और आसानी से पचने वाला होता है। गढ़वाली और कुमाऊंनी व्यंजन…

गढ़वाली और कुमाऊँनी भाषा और साहित्य…

गढ़वाली और कुमाऊँनी भाषा और साहित्य उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा हैं। दोनों भाषाएँ पहाड़ी क्षेत्रों की जीवनशैली, परंपराओं और आस्थाओं से गहरे जुड़े हुए हैं। यहाँ इन…