"बदलती जलवायु, संकट में हिमालयी राज्य" उत्तराखंड हिमालय की गोद में बसा एक प्राकृतिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध राज्य है। लेकिन हाल के वर्षों में यह राज्य जलवायु परिवर्तन…
(Disaster Management and Sustainable Development in Uttarakhand) उत्तराखंड हिमालयी क्षेत्र में स्थित है, जो प्राकृतिक सुंदरता, पवित्र धार्मिक स्थलों और जैव विविधता से भरपूर है। लेकिन यहाँ की भौगोलिक स्थिति…
महिलाएँ सदियों से अपने परिवार, समाज और अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण आधार स्तंभ रही हैं। खेतों की जुताई से लेकर पशुपालन, जल-संग्रहण, ईंधन इकट्ठा करना, बच्चों का पालन-पोषण — हर क्षेत्र…
ऊँचे हिमालय से लेकर गहरी घाटियाँ, घने वन, विविध प्रकार के जीव-जंतु और वनस्पतियाँ पाई जाती हैं। उत्तराखंड के जंगल न केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह…
मेले और त्योहार सिर्फ धार्मिक आस्था नहीं बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि और सामाजिक एकता के प्रतीक हैं। यहाँ हर पर्वत, नदी और गाँव अपनी परंपरा में रचा-बसा है, और हर मेला-त्योहार…
1. परिचय: जगदगुरु शंकराचार्य कौन थे? जगदगुरु शंकराचार्य 8वीं सदी के महान सन्यासी, दार्शनिक और भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरणकर्ता थे। उन्होंने अद्वैत वेदांत दर्शन को देशभर में फैलाया और विभिन्न…
उत्तराखंड केवल अपने प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक स्थलों के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी विविध और समृद्ध भाषाई विरासत के लिए भी जाना जाता है। यहाँ की कई भाषाएँ और…
उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपरा और लोकसंस्कृति में लोककथाएँ सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक मूल्यों, ऐतिहासिक चेतना और भावनात्मक विरासत की वाहक हैं। जहां 'राजुला-मालूशाही', 'हरीश देवला', और 'गोरा-बादल'…
एक ऐसा प्रदेश जहाँ से पवित्र नदियाँ उत्पन्न होती हैं और समस्त भारत को जीवन देती हैं। भागीरथी, अलकनंदा, यमुना, मंदाकिनी, टौंस, गौला, कोसी, रामगंगा जैसी नदियाँ इस हिमालयी राज्य…