उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है, क्योंकि यह स्थान अनेक पवित्र तीर्थों और धार्मिक स्थलों का केंद्र है। यहाँ स्थित चार धाम – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ – न…
उत्तराखंड एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध प्रदेश है। यहाँ की लोकसंस्कृति में खगोलशास्त्र (Astronomy) और ज्योतिष (Astrology) का विशेष स्थान है। इनका उपयोग कृषि, उत्सव, विवाह, तीर्थ,…
जल मनुष्य की बुनियादी आवश्यकताओं में से एक है। पर्वतीय क्षेत्रों में जलस्रोतों की उपलब्धता, संरक्षण और समुचित उपयोग सदियों से एक चुनौती रही है। उत्तराखंड, हिमालय की गोद में…
उत्तराखंड अपनी समृद्ध लोक संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां के लोकगीतों में पर्वतीय जीवन, ऋतु परिवर्तन, प्रेम, आध्यात्म और लोक आस्था की झलक मिलती है। लेकिन 21वीं सदी…
यह टॉपिक इसलिए ज़रूरी है क्योंकि उत्तराखंड के कई मंदिर न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि स्थापत्य और ऐतिहासिक दृष्टि से भी बेमिसाल हैं। एग्ज़ाम में यही पूछा…
उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है, क्योंकि यह स्थान अनेक पवित्र तीर्थों और धार्मिक स्थलों का केंद्र है। यहाँ स्थित चार धाम – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ – न…
उत्तराखंड एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत समृद्ध प्रदेश है। यहाँ की लोकसंस्कृति में खगोलशास्त्र (Astronomy) और ज्योतिष (Astrology) का विशेष स्थान है। इनका उपयोग कृषि, उत्सव, विवाह, तीर्थ,…
जल मनुष्य की बुनियादी आवश्यकताओं में से एक है। पर्वतीय क्षेत्रों में जलस्रोतों की उपलब्धता, संरक्षण और समुचित उपयोग सदियों से एक चुनौती रही है। उत्तराखंड, हिमालय की गोद में…
उत्तराखंड अपनी समृद्ध लोक संस्कृति के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां के लोकगीतों में पर्वतीय जीवन, ऋतु परिवर्तन, प्रेम, आध्यात्म और लोक आस्था की झलक मिलती है। लेकिन 21वीं सदी…
यह टॉपिक इसलिए ज़रूरी है क्योंकि उत्तराखंड के कई मंदिर न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि स्थापत्य और ऐतिहासिक दृष्टि से भी बेमिसाल हैं। एग्ज़ाम में यही पूछा…
उत्तराखंड राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 2000 (Uttar Pradesh Reorganisation Act, 2000) वह ऐतिहासिक अधिनियम है जिसके माध्यम से उत्तर प्रदेश से अलग होकर 27वें राज्य – उत्तराखंड का निर्माण किया गया।…
महत्वपूर्ण तिथियाँ अधिसूचना जारी होने की तिथि: 7 मई 2025 ऑनलाइन आवेदन की प्रारंभ तिथि: 7 मई 2025 ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि: 27 मई 2025 (रात 11:59 बजे तक)…
1. पारंपरिक ज्योतिष की पृष्ठभूमि उत्तराखंड की पारंपरिक ज्योतिष प्रणाली वैदिक परंपरा से प्रेरित है। यहाँ के स्थानीय ज्योतिषी या पंडित केवल पंचांग ही नहीं देखते, बल्कि उन्हें जीवन की…