कैंची धाम मंदिर जो नैनीताल से 17 किलोमीटर की दूरी पर अल्मोड़ा-नैनीताल रोड पर स्थित है. भवाली से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह मंदिर नीम करोली बाबा के नाम से विख्यात है.
कैंची धाम या हनुमान मंदिर लोगों की किस्मत बनाने वाले करोली बाबा के नाम से प्रसिद्ध है. नीम करोली बाबा जी को हनुमान जी का अवतार माना जाता है. बाबा जी के भक्त देश में ही नहीं बल्कि विदेशों मैं भी है. जिनमें में फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग और एप्पल कंपनी के मालिक स्टीव जॉब्स भी बाबा जी के भक्तो में शामिल है. और बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड भी बाबा जी के दर्शन के लिए नैनीताल स्थित कैंची धाम आ चुके हैं. जिनमें से एक हॉलीवुड अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स भी शामिल है.
कैंची धाम 1942 में अस्तित्व में आया जब कैची गांव के पूर्णानन्द जी के साथ बाबा नीम करोली जी ने यहां एक आश्रम बनाने का प्रस्ताव रखा, जो सोम्बरी महाराज और साधु प्रेमी बाबा को समर्पित था. यही लोग इसी स्थान पर यज्ञ करते थे. 1962 में जंगल साफ करके एक आयताकार चबूतरे का निर्माण किया गया. वन विभाग से अनुचित अनुमति लेने के बाद, महाराज जी ने आयताकार चबूतरे में हनुमान जी की मूर्ति का निर्माण किया तथा उसके बगल में कैंची मंदिर एवं आश्रम का निर्माण कराया गया.
कैंची धाम में हर साल 15 जून को मेला लगता है. और मेले के साथ हैं भंडारे का आयोजन भी किया जाता है इस दिन बाबा जी के भक्त दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं भक्तों की संख्या लगभग एक लाख से ऊपर हो जाती है. 15 जून को हर साल प्रतिष्ठा दिवस के रूप में मनाया जाता है,
कैंची धाम में जो भी भक्त दूर-दूर से आते हैं, उनके रहने के लिए यहां पर आश्रम व्यवस्था की गई है, जिसमें बाबा जी के भक्तों को 2 से 3 दिन आश्रम में रहने की अनुमति है.
कैंची धाम आने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है. काठगोदाम से कैंची धाम की दूरी 43 किलोमीटर दूर है. जहां आने के लिए आपको अपने निकटतम रेलवे स्टेशन से काठगोदाम रेलवे स्टेशन टिकट कटानी होगी. काठगोदाम रेलवे स्टेशन पहुंचे आप वहां से बस टैक्सी आदि से कैंची धाम जा सकते हैं.