उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते कई जगहों परबादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। टिहरी के नौताड़ में बादल फटने से मलबे बहने गए दो लोगों की मौत हो गई। वहीं एक युवक गंभीर रूप से घायल है। केदारनाथ मार्ग पर गौरीकुंड में भारी बारिश के चलते गरम कुंड बह गया है। एहतियातन प्रशासन ने गौरीकुंड को खाली कर दिया है। उत्तराखंड के 7 जिलों के लिए मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था।
देहरादून में दोपहर बाद से लगातार भारी बारिश हो रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में भी भारी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर आ गए हैं। टिहरी के भिलंगना ब्लॉक क्षेत्र के नौताड़ तोक में देर शाम भारी बारिश और बादल फटने से नुकसान हुआ है। यहां बादल फटने से एक होटल बह गया, जिसमें होटल स्वामी सहित तीन लोग लापता हो गए थे। इनमें से दो के शव बरामद हो गए हैं और युवक को घायल अवस्था में रेस्क्यू किया गया है।
उत्तराखंड वृष्टि आपदा : केदारनाथ और टिहरी के नौताड़ में बादल फटा, एक होटल बहा और दो लोगों की मौत
केदारनाथ पैदल मार्ग भी बह गया है
बताया जा रहा है किे वर्ष 2013 में नौताड़ में इसी जगह पर 31 जुलाई के दिन ही बादल फटा था। आज फिर से यहां पर बादल फटने और दो लोगों की मौत से लोग भी दहशत में आ गए हैं। घनसाली तिलवाड़ा मोटर मार्ग पर मुयाल गांव गदेरे पर बना एक मोटर पुल बह गया है। रात 9 बजे के लगभग गदेरा उफान पर आ गया था। इससे किलोमीटर 8 के समीप बना मोटर पुल इस गदेरे की भेंट चढ़ गया। प्रशासन की टीम बहुत मौके पर पहुंची है। उधर केदारनाथ मार्ग पर बारिश ने भारी तबाही मचाई है। देर रात केदारनाथ पैदल मार्ग पर जंगल चट्टी से भीमबली के बीच लिनचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया। वहीं तप्त कुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग का लगभग 25 मीटर का हिस्सा भी बह गया है। एहतियात जिला प्रशासन ने गौरीकुंड और सोनप्रयाग बाजार को खाली करवा दिया है।
उत्तराखंड वृष्टि आपदा : केदारनाथ और टिहरी के नौताड़ में बादल फटा, एक होटल बहा और दो लोगों की मौत
इसके साथ ही नदी किनारे के क्षेत्र को भी खाली कराया जा रहा है। SDM रुद्रप्रयाग अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिनचोली में तेज बारिश से बादल फटा है। सुरक्षा को देखते हुए लगभग दो सौ यात्रियों को भीमबली गढ़वाल मण्डल विकास निगम में रोका गया है। बचाव दल को मौके पर तैनात किया गया है। पैदल मार्ग पर जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर गिर गए हैं, जिसकी वजह से रास्ता बाधित हो गया है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे कई जगहों पर भूस्खलन और भूधंसाव होने से मार्ग अति संवेदनशील बना हुआ है।आने वाले 48 घंटों में और अधिक बारिश होने की संभावना जताई गई है।
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