उत्तराखंड में राजनीति मुख्य रूप से राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के बीच घूमती है। यहाँ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) दो प्रमुख राजनीतिक दल हैं, लेकिन क्षेत्रीय दलों और अन्य पार्टियों की भी अहम भूमिका रही है।
1. उत्तराखंड की राजनीतिक पृष्ठभूमि
- उत्तराखंड का गठन 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग होकर हुआ।
- पहले यह उत्तर प्रदेश का हिस्सा था, लेकिन लंबे समय तक चले अलग राज्य आंदोलन के बाद इसे अलग राज्य का दर्जा मिला।
- राज्य बनने के बाद से यहाँ मुख्य रूप से BJP और कांग्रेस के बीच सत्ता परिवर्तन होता रहा है।
2. प्रमुख राजनीतिक दल और उनका प्रभाव
(क) भारतीय जनता पार्टी (BJP)
- वर्तमान में सत्ताधारी पार्टी (2022 विधानसभा चुनाव में जीत)
- पहला मुख्यमंत्री: नित्यानंद स्वामी (2000)
- वर्तमान मुख्यमंत्री: पुष्कर सिंह धामी (2021 से)
- उत्तराखंड में 2000 से अब तक कई बार सरकार बना चुकी है (2000-2002, 2007-2012, 2017-2022, 2022-वर्तमान)।
- पार्टी का फोकस हिंदुत्व, चारधाम विकास, पर्यटन, और बुनियादी ढांचे पर रहा है।
- 2022 के चुनाव में 70 में से 47 सीटें जीतीं।
(ख) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)
- उत्तराखंड में सबसे पुरानी पार्टी, जो राज्य के गठन के बाद पहली बार सत्ता में आई।
- पहला कांग्रेस मुख्यमंत्री: नारायण दत्त तिवारी (2002-2007)
- 2002-2007 और 2012-2017 में कांग्रेस की सरकार रही।
- पार्टी का मुख्य जोर सामाजिक कल्याण, पलायन रोकने और विकास योजनाओं पर रहा है।
- 2022 के चुनाव में 19 सीटों पर जीत।
3. क्षेत्रीय दलों और अन्य पार्टियाँ
(क) उत्तराखंड क्रांति दल (UKD)
- स्थापना: 1979
- उत्तराखंड को अलग राज्य बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
- शुरुआती वर्षों में मजबूत पकड़ थी, लेकिन अब कमजोर पड़ चुकी है।
- कभी-कभी गठबंधन सरकारों का हिस्सा बनती है।
(ख) आम आदमी पार्टी (AAP)
- 2022 विधानसभा चुनाव में पहली बार भाग लिया।
- दिल्ली मॉडल और मुफ्त सुविधाओं के वादों के साथ चुनाव लड़ा।
- कोई सीट नहीं जीत सकी, लेकिन 3% वोट शेयर मिला।
- भविष्य में मजबूती पाने की कोशिश कर रही है।
(ग) बहुजन समाज पार्टी (BSP)
- राज्य में अनुसूचित जाति (SC) और दलित वोट बैंक पर फोकस।
- कभी-कभी विधानसभा में 2-3 सीटें जीतती है।
(घ) समाजवादी पार्टी (SP) और वाम दल
- उत्तराखंड में ज्यादा प्रभाव नहीं है।
- कभी-कभी गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ते हैं।
4. उत्तराखंड की राजनीति की प्रमुख विशेषताएँ
✅ BJP और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला
✅ छोटे दलों का सीमित प्रभाव
✅ हर चुनाव में सत्ता परिवर्तन का ट्रेंड
✅ पलायन, पर्यटन, और रोजगार प्रमुख मुद्दे
✅ धार्मिक स्थलों और पर्यावरण पर राजनीति
5. भविष्य की राजनीति
- BJP vs. कांग्रेस का सीधा मुकाबला जारी रहेगा।
- AAP और UKD जैसी पार्टियाँ अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करेंगी।
- उत्तराखंड में पलायन, पर्यटन, चारधाम, और पर्यावरण से जुड़े मुद्दे चुनावी एजेंडे पर रहेंगे।
- नई युवा पीढ़ी और प्रवासी उत्तराखंडी राजनीति में अधिक दिलचस्पी ले सकते हैं।