उत्तराखंड, जिसे “देवभूमि” (देवताओं की भूमि) के नाम से भी जाना जाता है, भारत के उत्तर में स्थित एक पहाड़ी राज्य है। 9 नवंबर 2000 को इसे उत्तर प्रदेश से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य का दर्जा दिया गया। इसकी राजधानी देहरादून है, जबकि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण है।
भौगोलिक स्थिति
उत्तराखंड की सीमा उत्तर में चीन (तिब्बत) और पूर्व में नेपाल से लगती है, जबकि दक्षिण में उत्तर प्रदेश और पश्चिम में हिमाचल प्रदेश स्थित है। राज्य का बड़ा हिस्सा हिमालय की ऊंची-ऊंची पर्वतमालाओं से घिरा हुआ है। यहाँ की दो प्रमुख नदियाँ गंगा और यमुना हैं, जो यहाँ से निकलती हैं और पूरे उत्तर भारत की जीवनरेखा मानी जाती हैं।
प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन
उत्तराखंड अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल इस प्रकार हैं:
- चार धाम यात्रा – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हिंदू धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं।
- ऋषिकेश और हरिद्वार – गंगा नदी के किनारे बसे ये स्थल योग, ध्यान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए प्रसिद्ध हैं।
- मसूरी और नैनीताल – ये हिल स्टेशन पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
- जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क – यह भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है, जो बाघों और अन्य वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है।
संस्कृति और भाषा
यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हिंदी, गढ़वाली और कुमाऊंनी हैं। राज्य में गढ़वाल और कुमाऊं के दो प्रमुख सांस्कृतिक क्षेत्र हैं। यहाँ के लोकनृत्य, जैसे चौफला, झोड़ा और झूमेलो, बहुत लोकप्रिय हैं। त्यौहारों में कुमाऊंनी होली, घुघुतिया, और ईगास-बग्वाल (दीपावली) विशेष रूप से मनाए जाते हैं।
अर्थव्यवस्था और रोजगार
उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था कृषि, पर्यटन, जल विद्युत और जड़ी-बूटियों पर आधारित है। यहाँ की उपजाऊ घाटियों में चावल, गेहूं और फल (सेब, लीची, आड़ू) की खेती होती है। आयुर्वेदिक औषधियाँ और जड़ी-बूटियाँ भी यहाँ की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।
प्राकृतिक आपदाएँ और चुनौतियाँ
उत्तराखंड एक भूकंप और भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र है। 2013 में आई केदारनाथ त्रासदी ने राज्य के पर्यावरण और पर्यटन क्षेत्र को बड़ा झटका दिया था। जलवायु परिवर्तन के कारण ग्लेशियरों के पिघलने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।
मुख्य तथ्य (संक्षेप में)
- स्थापना: 9 नवंबर 2000
- राजधानी: देहरादून (शीतकालीन), गैरसैंण (ग्रीष्मकालीन)
- जिले: 13
- मुख्य भाषाएँ: हिंदी, गढ़वाली, कुमाऊंनी
- पर्यटन स्थल: ऋषिकेश, हरिद्वार, नैनीताल, मसूरी, केदारनाथ, बद्रीनाथ आदि।
- नदियाँ: गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा।