उत्तराखंड सिर्फ पर्यटन के लिए ही नहीं, बल्कि नए बिज़नेस और स्टार्टअप के लिए भी बेहतरीन जगह है। अगर कोई पहाड़ों में रहकर कमाई करना चाहता है, तो यहां कई शानदार मौके उपलब्ध हैं। सही प्लानिंग और मेहनत के साथ यहां एक सफल बिज़नेस खड़ा किया जा सकता है।
ऑर्गेनिक खेती और जड़ी-बूटी फार्मिंग
उत्तराखंड की ज़मीन ऑर्गेनिक खेती के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। यहां बिना केमिकल के उगाई जाने वाली फसलें और जड़ी-बूटियाँ देश और विदेश में काफी मशहूर हैं। मंडुवा, झिंगोरा, चौलाई, राजमा, गहत, उड़द जैसी पहाड़ी दालें और अनाज की बहुत डिमांड है। इसके अलावा, कीड़ा जड़ी, ब्रह्मकमल, तेजपत्ता, लेमन ग्रास, कुटकी, अतीस जैसी औषधीय जड़ी-बूटियाँ भी फार्मिंग के लिए बहुत लाभदायक हैं। सरकार भी ऑर्गेनिक खेती को प्रमोट कर रही है और सब्सिडी व ट्रेनिंग देती है। अगर खेती सही से की जाए तो कम निवेश में ही लाखों रुपये कमाए जा सकते हैं।
होमस्टे और टूरिज्म बिज़नेस
उत्तराखंड में एडवेंचर टूरिज्म, ईको-टूरिज्म और धार्मिक पर्यटन बहुत पॉपुलर है। हर साल लाखों पर्यटक यहां घूमने आते हैं, जिससे होटल और होमस्टे बिज़नेस में अच्छा ग्रोथ देखने को मिलता है। अगर आपके पास कोई पुराना घर या जमीन है, तो उसे होमस्टे या रिसॉर्ट में बदल सकते हैं। सरकार भी होमस्टे को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए लोन और सब्सिडी जैसी योजनाएं भी चला रही है। उत्तराखंड के कई गांवों में लोग अपने घरों को होमस्टे में बदलकर अच्छा पैसा कमा रहे हैं। ऋषिकेश, औली, चोपता, मुक्तेश्वर, बिनसर, मुनस्यारी जैसे इलाकों में इसका बहुत स्कोप है। विदेशी और भारतीय टूरिस्ट लोकल एक्सपीरियंस के लिए अच्छे होमस्टे को पसंद करते हैं।
लोकल हैंडीक्राफ्ट और ई-कॉमर्स
उत्तराखंड की लोकल आर्ट और क्राफ्ट बहुत खास होती है। यहां के कारीगर लकड़ी की मूर्तियाँ, पश्मीना और अंगोरा ऊन के कपड़े, बांस और रिंगाल से बने प्रोडक्ट्स, ऊनी टोपी, दस्ताने, थूलमा (गद्दा) जैसी चीजें बनाते हैं। इन चीजों की बहुत डिमांड है और अगर इन्हें सही तरीके से ऑनलाइन बेचा जाए तो अच्छी कमाई हो सकती है। Amazon, Flipkart, Etsy और सोशल मीडिया जैसे प्लेटफॉर्म से लोकल प्रोडक्ट्स बेचना आसान हो गया है। सरकार भी उत्तराखंडी उत्पादों को प्रमोट करने के लिए योजनाएं चला रही है। अगर सही तरीके से मार्केटिंग की जाए तो पहाड़ों में रहकर भी अच्छी इनकम की जा सकती है।
फूड प्रोसेसिंग और जैविक उत्पाद
यहां की लोकल चीज़ (भोटिया चीज़), पहाड़ी शहद, जैविक दालें, हर्बल चाय, ड्राई फ्रूट्स, पहाड़ी अचार और फलों से बने जूस बहुत पसंद किए जाते हैं। अगर इनका फूड ब्रांड बनाकर सही पैकेजिंग और मार्केटिंग की जाए तो यह बिज़नेस बहुत बड़ा बन सकता है। छोटे पैमाने पर ही सही, लेकिन घर से भी इस बिज़नेस की शुरुआत की जा सकती है। उत्तराखंड में उगने वाले सेब, खुबानी, कीवी, किलमोड़ा, बेड़ू, माल्टा जैसे फलों से जैम, जैली, जूस और स्क्वैश बनाए जा सकते हैं, जिनकी डिमांड मेट्रो शहरों में बहुत ज्यादा है।
ट्रेकिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स बिज़नेस
उत्तराखंड को ट्रेकिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स का हब कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यहां हर साल हजारों लोग ट्रेकिंग, कैंपिंग, बर्ड वॉचिंग, और पैराग्लाइडिंग जैसी एक्टिविटी करने आते हैं। अगर किसी को पहाड़ों की अच्छी जानकारी हो और ट्रेकिंग का अनुभव हो, तो वह एक ट्रेकिंग गाइड, कैम्पिंग सर्विस या एडवेंचर टूर ऑपरेटर के रूप में अपना बिज़नेस शुरू कर सकता है। हर की दून, रूपकुंड, पिंडारी ग्लेशियर, नाग टिब्बा, ब्रह्मताल जैसी जगहों पर ट्रेकिंग के लिए हमेशा डिमांड रहती है। इसके अलावा, रिवर राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग जैसी एडवेंचर एक्टिविटी का स्कोप भी बहुत बढ़ रहा है।
निष्कर्ष
उत्तराखंड में बिज़नेस करने के सैकड़ों मौके हैं, बस सही प्लानिंग और मेहनत की जरूरत है। अगर आप भी पहाड़ों में रहकर कुछ नया शुरू करना चाहते हैं, तो ये आइडियाज आपके लिए बेहतरीन हो सकते हैं। सरकार भी स्टार्टअप और स्वरोजगार योजनाओं के जरिए नए बिज़नेस को सपोर्ट कर रही है। सही जानकारी और लोकल संसाधनों का उपयोग करके आप उत्तराखंड में ही अच्छा पैसा कमा सकते हैं