ऊँचे हिमालय से लेकर गहरी घाटियाँ, घने वन, विविध प्रकार के जीव-जंतु और वनस्पतियाँ पाई जाती हैं। उत्तराखंड के जंगल न केवल पर्यावरण संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह राज्य के पर्यटन व आर्थिक विकास का भी एक प्रमुख स्रोत हैं।
🔶 उत्तराखंड में प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान (Major National Parks of Uttarakhand)
1️⃣ जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान (Jim Corbett National Park)
- स्थापना: 1936 (भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान)
- क्षेत्रफल: लगभग 520 वर्ग किमी
- जिला: नैनीताल और पौड़ी गढ़वाल
- प्रमुख वन्यजीव: बंगाल टाइगर, हाथी, तेंदुआ, हिरण, घड़ियाल, मगरमच्छ
- विशेषता: भारत का पहला टाइगर रिजर्व
2️⃣ नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान (Nanda Devi National Park)
- स्थापना: 1982
- क्षेत्रफल: लगभग 624 वर्ग किमी
- जिला: चमोली
- प्रमुख वन्यजीव: स्नो लेपर्ड (हिम तेंदुआ), कस्तूरी मृग, हिमालयन मोनाल
- विशेषता: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल
3️⃣ राजाजी राष्ट्रीय उद्यान (Rajaji National Park)
- स्थापना: 1983
- क्षेत्रफल: लगभग 820 वर्ग किमी
- जिला: देहरादून, हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल
- प्रमुख वन्यजीव: हाथी, बाघ, तेंदुआ, हिरण, भालू
- विशेषता: हाथियों के लिए प्रसिद्ध
4️⃣ फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान (Valley of Flowers National Park)
- स्थापना: 1982
- क्षेत्रफल: लगभग 87 वर्ग किमी
- जिला: चमोली
- प्रमुख वनस्पति: ब्रह्मकमल, ब्लू पॉपी, एनीमोनी आदि
- विशेषता: मानसून में हजारों प्रकार के फूल खिलते हैं, यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट
🔶 उत्तराखंड के अन्य वन्यजीव अभयारण्य (Other Wildlife Sanctuaries)
- अस्कोट कस्तूरी मृग अभयारण्य (पिथौरागढ़)
- गोविंद वन्यजीव अभयारण्य (उत्तरकाशी)
- केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य (रुद्रप्रयाग)
🔶 उत्तराखंड की जैव विविधता (Biodiversity of Uttarakhand)
- वनस्पतियाँ : देवदार, चीड़, बांज, बुरांश, काफल आदि।
- प्रमुख जीव : हिम तेंदुआ, कस्तूरी मृग, मोनाल पक्षी, उड़न गिलहरी।
- महत्वपूर्ण पक्षी : हिमालयी मोनाल (उत्तराखंड का राज्य पक्षी), तीतर, गिद्ध आदि।
🔶 महत्व (Importance)
- पर्यावरण संतुलन बनाए रखना
- पर्यटन को बढ़ावा देना
- वन्यजीव संरक्षण
- जलवायु परिवर्तन को नियंत्रित करना
- आर्थिक विकास में योगदान
🔶 सरकार द्वारा प्रयास (Government Initiatives)
- टाइगर प्रोजेक्ट (Project Tiger)
- प्रोजेक्ट स्नो लेपर्ड
- हिमालयन इकोलॉजिकल सर्वे
- इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना
उत्तराखंड की जैव विविधता इसकी असली पहचान है। राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य न केवल प्राकृतिक धरोहर हैं, बल्कि राज्य की आर्थिकी, पर्यावरणीय सुरक्षा और सांस्कृतिक धरोहर का भी अभिन्न हिस्सा हैं। इनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।