उत्तराखंड का खानपान पहाड़ी जीवनशैली और प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित है। यहाँ का भोजन पोषक तत्वों से भरपूर, सादा और आसानी से पचने वाला होता है। गढ़वाली और कुमाऊंनी व्यंजन…
गढ़वाली और कुमाऊँनी भाषा और साहित्य उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर का अहम हिस्सा हैं। दोनों भाषाएँ पहाड़ी क्षेत्रों की जीवनशैली, परंपराओं और आस्थाओं से गहरे जुड़े हुए हैं। यहाँ इन…
उत्तराखंड में जैविक खेती को तेजी से बढ़ावा मिल रहा है, क्योंकि यहाँ की जलवायु और भौगोलिक परिस्थितियाँ इसे अपनाने के लिए अनुकूल हैं। राज्य सरकार और विभिन्न संस्थाएँ किसानों…
नरेंद्र सिंह नेगी उत्तराखंड के सबसे प्रसिद्ध लोकगायकों और गीतकारों में से एक हैं। उन्होंने गढ़वाली और कुमाऊंनी संगीत को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया और उत्तराखंड की संस्कृति, समाज और…
उत्तराखंड में राजनीति मुख्य रूप से राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के बीच घूमती है। यहाँ भारतीय जनता पार्टी (BJP) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) दो प्रमुख राजनीतिक दल हैं, लेकिन…
कालिदास, भारतीय साहित्य के महान कवि और नाटककार, को संस्कृत साहित्य का सूरज कहा जाता है। उनके कार्यों ने भारतीय साहित्य, नाटक और कविता में अभूतपूर्व योगदान दिया। उत्तराखंड, जिसे…
उत्तराखंड का पारिस्थितिकी तंत्र मुख्य रूप से हिमालय की ऊँचाइयों, घने जंगलों, तेज बहती नदियों और विविध जैव विविधता पर आधारित है। लेकिन जलवायु परिवर्तन के कारण यहाँ कई समस्याएँ…