रूपकुंड झील का रहस्य….

भारत के उत्तराखंड राज्य में समुद्र तल से लगभग 5,029 मीटर (16,500 फीट) की ऊँचाई पर स्थित रूपकुंड झील अपने रहस्यमयी इतिहास के कारण दुनिया भर के वैज्ञानिकों, इतिहासकारों और…

कालिदास और उत्तराखंड का संबंध…

कालिदास, भारतीय साहित्य के महान कवि और नाटककार, को संस्कृत साहित्य का सूरज कहा जाता है। उनके कार्यों ने भारतीय साहित्य, नाटक और कविता में अभूतपूर्व योगदान दिया। उत्तराखंड, जिसे…

उत्तराखंड के स्वतंत्रता सेनानी…

1. कालू सिंह महरा (1831 ) जन्म और प्रारंभिक जीवन: कालू सिंह महरा का जन्म 1831 में उत्तराखंड के चम्पावत जिले के लोहाघाट के समीप थुआमहरा गांव में हुआ था।…

उत्तराखंड के ऐतिहासिक किले और धरोहरें…

उत्तराखंड, जिसे "देवभूमि" कहा जाता है, न केवल अपनी धार्मिक धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां के ऐतिहासिक किले और धरोहरें भी इस राज्य की सांस्कृतिक…

बद्रीनाथ मंदिर का इतिहास:

बद्रीनाथ, जिसे बद्रीनारायण भी कहा जाता है, उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है। यह चार धाम यात्रा और पंच बद्री में से एक है। बद्रीनाथ…

हरिद्वार का ऐतिहासिक परिचय…

हरिद्वार का उल्लेख वेदों, पुराणों और महाभारत में मिलता है। इसे प्राचीन काल में "गंगाद्वार" के नाम से जाना जाता था। यह वह स्थान है जहाँ गंगा नदी हिमालय की…

उत्तराखण्ड राज्य का इतिहास – कैसें बना

उत्तराखण्ड राज्य का इतिहास - कैसें बना पृथक राज्य के रूप में उत्तराखण्ड राज्य की सर्वप्रथम मांग 1897 में पंडित ज्वालादत्त जोशी, हरिराम पाण्डेय, दुर्गादत्त जोशी आदि लोगों द्वारा की…