श्रद्धा, प्रेम और बलिदान की अमर गाथा: नैनादेवी और चांदपुरगढ़ का वीर….
उत्तराखंड की सांस्कृतिक परंपरा और लोकसंस्कृति में लोककथाएँ सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि सामाजिक मूल्यों, ऐतिहासिक चेतना और भावनात्मक विरासत की वाहक हैं। जहां 'राजुला-मालूशाही', 'हरीश देवला', और 'गोरा-बादल'…