नैनीताल उत्तराखंड राज्य का सबसे खूबसूरत जिला है. नैनीताल कुमाऊं क्षेत्र का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्र है. पूरे देश विदेशों से लोग यहां घूमने आते हैं. नैनी का अर्थ बताएं ‘ आंखें’ और ताल का अर्थ होता है ‘झील ‘ होता है. नैनीताल चारों ओर से बर्फीले पर्वतों से क्या हुआ है. और बीच में नैनीताल स्थित है यह दृश्य देखने में अति सुंदर लगता है.

नैनीताल की प्रसिद्ध चीजें है –

इको केव गार्डन

इसको नैनीताल का दार्शनिक स्थल बनाया गया है. क्योंकि नैनीताल आने वाले पर्यटकों को हिमालय वन्यजीवों के प्राकृतिक वास की झलक से परिचित कराया जा सके. इको केव गार्डन में 6 गुफाओं का मिश्रण है और यह जानवरों की आकार की बनाई गई है. और यहां की प्रचलित गुफाएं हैं- टाइगर केव , पैंथर केव ,ऐप्स केव, बैट केव और फ्लाईंग फॉक्स केव।

माल रोड-

माल रोड पर आपको और समय चहल पहल देखने को मिलेगी यहां पर पर्यटक कुछ ना कुछ खरीदते हुए दिखाई देंगे. यह रोड नैनीताल झील से लगी हुई व तल्लीताल और मल्लीताल को जोड़ती है. यहां पर आपको गर्म कपड़े आसानी से मिल जाएंगे. और यहां पर उत्तराखंडी भोजन एवं मिश्रित भोजन जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट होता है वहां पर आसानी से मिल जाएगा.

नैनी झील-

नैनी झील अपनी खूबसूरती के लिए पूरे विश्व भर में विख्यात है. नैनी झील सात अलग-अलग पर्वतों से घिरी हुई. नैनीताल की खूबसूरती में चार चांद लगाती है. यहां पर लोग हर मौसम में नैनी झील का खूबसूरत नजारा देखने के लिए अपने परिवार वालों के साथ यहां पहुंचते हैं. नैनी झील का नजारा जितना सुबह होता है. उससे कहीं ज्यादा यह रात में दिखाई देती है. जब चारों तरफ से टिमटिमाती हुई रोशनी और पहाड़ों के बीच में नैनी झील दिखाई पड़ती है यह दृश्य सचमुच मन को मोह लेने वाला होता है.

स्रो व्यू प्वाइंट-

यह पॉइंट यात्रियों का लोकप्रिय स्थल है. इस पॉइंट से आपको बर्फ की चादर से ढका हुआ हिमालय मन को मोह लेने वाला होता है. अगर इस दृश्य को आप एक बार देख ले तो आपको फिर कुछ देखने का मन नहीं होता. इस ऊंचाई पर पहुंच कर आपको ऐसा प्रतीत होगा कि आप बादलों को अपने हाथों से पकड़ सकते हैं. और चारों तरफ बर्फ से ढके हुए पहाड़ दिखाई देते हैं. ऐसे सुंदर दृश्य को देखकर आपको यहां से जाने का मन ही नहीं करेगा.

टिफिन टॉप-

अगर आप कभी नैनीताल गए हो तो आप टिफिन टॉप तो जरूर गए होंगे. क्योंकि यहां से पूरे नैनीताल का नजारा आप देख सकते हैं. खूबसूरत से पहाड़ जिनमें बर्फ की चादर हो और बीच में नैनी झील यह नजारा जितना दिन में सुंदर दिखाई पड़ता है. उससे कहीं ज्यादा रात में इसकी सुंदरता चार चांद लग जाते हैं. अगर यह नजारा आप रात्रि में देखते हैं तो खुला आसमान टिमटिमाते हुए तारे चारों तरफ पहाड़ बीच में झिलमिलाती हुई नैनीताल शहर यह अपने आप में हैं एक अलग सा आनंद प्रदान करता है.

नैना पिक-

नैना पीक पूरे वर्ष बर्फ की सफेद चादर से ढका रहता है. यह पर्यटकों के लिए आकर्षक केंद्र है.यह 2615 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है . यहां के सूर्य उदय व सूर्य अस्त को देखने लोग अपने फ्रेंड्स फैमिली के साथ यहां आते हैं. देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी जहां पर्यटक आते हैं. भी आते हैं जो नेचर की फोटो खींचने में पिक्चर्स भी रखते हैं.

पंडित बल्लभ पंत जू –

यहां पर आपको विभिन्न प्रकार के जानवर देखने को मिलेंगे. जो पर्यटक जानवरों से प्यार करते हैं उनके लिए यह बहुत अच्छी जगह है. यह पर आपको हिरन , भेड़िया, पहाड़ी लोमड़ी, तेंदुआ, काला भालू, सफेद मोर आदि आप यहां पर देख सकते हैं . यहां पर कुछ पक्षियों जो विलुप्त हो चुके हैं वह भी आपको यहां पर दिखाई देंगे.

नैना देवी –

नैनीताल में पर्यटकों को प्राकृतिक सुंदरता से लेकर धार्मिक सुंदरता भी देखने को मिलेगी. इस मंदिर का नाम नैना देवी इसलिए रखा क्योंकि यहां पर देवी सती के नैन गिरे थे. यह हिंदुओं का तीर्थ स्थल है. और यहां पर शताब्दियों से पीपल का पेड़ भी अभी तक मौजूद है. नैना देवी मंदिर जाने के लिए पहले लोगों को पैदल यात्रा करनी पड़ती थी. लेकिन अब उड़न खटोला का उपयोग आप कर सकते हैं. और देवी के दर्शन कर सकते हैं.

ज्योति कोर्ट-

ज्योति कोर्ट को नैनी झीलों का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है. इस स्थान पर चारों तरफ हरे भरे पेड़ पौधे जिनमें कई प्रकार के फल लगे हुए हैं. और यहां पर सुंदर-सुंदर तितलियों और पक्षियों का आगमन रहता है. जिससे यहां का वातावरण देखने में बहुत ही सुंदर लगता है. पक्षियों की आवाज मन को शांत कर देती हैं. अगर आप प्रकृति प्रेमी है तो आपको यहां जरूर आना चाहिए.

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क-

अगर आपको शांत वातावरण चारों तरफ से बहने वाली ठंडी हवा हरे भरे पेड़ चारों ओर बर्फीले पर्वत और बीच में पशु पक्षीयों की आवाज सब एक ही जगह मिल जाए तो कैसा लगेगा. जी हां जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क कुछ इसी तरह का वातावरण रहता है यहां लोग सफारी के लिए दूर-दूर से आते हैं. क्या आपको टाइगर, चीता, हाथी आदि जानवरों को आप देख सकते हैं.

नैनीताल कब जाना चाहिए?

वैसे तो नैनीताल घूमने का सही समय जनवरी और फरवरी होता है. क्योंकि इस समय बर्फ़बारी भी देखने को मिल जाती है. और चारों तरफ बर्फीले पहाड़ बर्फ से ढके हुए पेड़ पौधे और इनके बीच में नैनी झील काफी सुंदर दिखाई देती है. और इसी समय सबसे अधिक पर्यटक नैनीताल पहुंचते हैं. और नैनीताल में जनवरी-फरवरी में सबसे ज्यादा बर्फबारी होती है. लेकिन इस समय वहां पर होटल रूम्स काफी महंगे हो जाते हैं. अगर आपका बजट कम है तो आप जुलाई के महीने में यहां आ सकते हैं.

नैनीताल घूमने में इतना खर्चा आता है?

अगर आप 3 दिन 2 रात का ट्रिप प्लान करते हैं ,तो आपका नैनीताल में घूमने का खर्च ₹7000 तक आ सकता है. ₹3000 ( 2 दिन के होटल का खर्चा) +1200r( 2 दिन बाइक का खर्चा)+

₹1800 ( 3 दिन खाने पर)+₹500 ( पेट्रोल का खर्चा)+₹500 ( एंट्री टिकट का खर्चा)=7000

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